मैं लिखूँ कुछ भी
सवाल हजारों होते हैं
सबकी नज़रों में
न जाने क्यों?
अगर लिखूँ मोहब्बत पर
तो सबकी आँखे पूछती हैं
कौन है वो?
अगर लिखूँ नफ़रत पर
तो फ़िर एक ही सवाल।
कौन है वो?
एक बार लिख दिया यूँ ही
तुम बेवफ़ा न होतीं !
रात भर सब ने पूछ डाला
कौन है वो?
ऐसे ही सवालों ज़वाबों में
मैं भी अक़्सर रहता हूँ ढूंढ़ता
कि
आख़िर
कौन है वो?
*अम्बर हरियाणवी*
*©️KILOIA*